भारत में प्रचलित सिक्के और नोट
भारतीय इतिहास की कड़ियों को देखने से पता चलता है कि भारत में अत्यन्त पुराने समय से ही मुद्रा विनिमय प्रणाली प्रचलित हैं। प्राचीन सभ्यता के लोग शुरुआत में मुद्रा प्रणाली की समझ नहीं होने पर वस्तु विनिमय प्रणाली को अपनाये थे। भारतीय सभ्यता अन्य प्राचीन विदेशों की सभ्यता से बहुत आगे था यहां की प्राचीन नगरीय व्यवस्था तथा मुद्रा प्रणाली की जानकारी हमें सिंधु सभ्यता से भी पता चलती है वहां से मिले कुछ प्राचीन सिक्के इस बात का प्रमाण है कि भारतीय लोग प्राचीन समय में भी मुद्रा का उपयोग करते थे।
भारत में प्रचलित सिक्के |
भारत में स्वतंत्रता प्राप्ति से पहले अंग्रेजों द्वारा चलाए गए रुपए के नोट तथा सिक्के प्रचलन में थे जब देश 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ तो भी अंग्रेजों के मुद्रा को भारत में प्रचलन में जारी रखा गया ताकि संतुलन बना रहे। देश में आजादी के साथ ही भारत में प्रचलित सभी प्रकार के सिक्कों एवं नोटों में परिवर्तन की बात भी जोरो से होने लगी क्योंकि उसमें अंग्रेज राजा का चित्र हुआ करता था। जब स्वतंत्र भारत में प्रचलित नोट में प्रतीक चुनाव करने की बारी आई तो अंग्रेज राजा की चित्र की जगह महात्मा गांधी को प्रतीक लगाने की बात हुई। लेकिन अंत में सर्वसम्मति से सारनाथ अशोक स्तंभ को प्रतीक के रुप मे स्वीकार किया गया।
1950 में स्वतंत्र भारत ने 2 रू, 5 रु और 100 रू के नोट जारी किए जिसके कलर और डिजाइन थोड़े अलग थे लेकिन सभी के पीछे जहाज का चित्रण किया गया था। उच्च मूल्यवर्ग के नोटों (रु. 1,000, 5,000, और 10,000) को 1954 में फिर से शुरू किया गया था लेकिन एक बार फिर से 1978 में 1946 के विमुद्रीकरण के समान कारणों से विमुद्रीकृत कर दिया गया था। 1975 में, खाद्य उत्पादन में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने की दिशा में भारत के कृषि प्रयासों की व्याख्या करने वाले रूपांकनों का एक कोलाज रुपये में दर्शाया गया। चाय की पत्ती की खेती और तुड़ाई की गतिविधियों को दर्शाने वाला 100 का नोट जारी किया गया। 1969 में महात्मा गांधी के जन्म शताब्दी समारोह के सम्मान में एक स्मारक डिजाइन श्रृंखला जारी की गई थी जिसमें सेवाग्राम आश्रम के साथ बैठे गांधी को दर्शाया गया था।
1980 के दशक में जारी किए गए नोटों का एक बिल्कुल नया सेट देखा गया। इन नोटों के रूपांकनों ने पहले के रूपांकनों के रूप में प्रस्थान को चिह्नित किया। विज्ञान और प्रौद्योगिकी के प्रतीकों (2 रुपये के नोट पर आर्यभट्ट), प्रगति (1 रुपये पर तेल रिग और 5 रुपये पर फार्म मशीनीकरण और 100 रुपये पर हीराकुंड बांध) और भारतीय कला के लिए अभिविन्यास में बदलाव पर जोर दिया गया।
महात्मा गांधी सीरीज
रिप्रोग्राफिक तकनीकों की प्रगति के साथ, नोट के पारंपरिक सुरक्षा सुविधाओं को अपर्याप्त माना गया। नई सुविधाओं को पेश करना आवश्यक था इसी क्रम में 1996 में एक नई 'महात्मा गांधी श्रृंखला' पेश की गई थी। इस परिवर्तित नए नोट में वाटरमार्क, विंडो सुरक्षा धागा, गांधी जी की गुप्त छवि और नेत्रहीन विकलांगों के लिए इंटैग्लियो विशेषताएं नई सुविधाओं में से एक थीं।
भारत में प्रचलित नोट |
2011 में, रुपया प्रतीक (₹), भारतीय रुपये का पहचान चिह्न के रूप में पेश किया गया था। बैंक और भारत सरकार ने मिलकर 2010 में भारतीय रुपये के लिए एक अद्वितीय प्रतीक (₹) को औपचारिक रूप दिया था। भारत गणराज्य ने नवंबर 2016 में दूसरा बड़ा मौद्रिक सुधार किया, 8 नवंबर, 2016 तक भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा जारी महात्मा गांधी श्रृंखला के बैंक नोटों के ₹ 500 और ₹ 1,000 मूल्यवर्ग की कानूनी वैध स्थिति को वापस ले लिया। देश की सांस्कृतिक विरासत और वैज्ञानिक उपलब्धियों को उजागर करते हुए, महात्मा गांधी श्रृंखला में नए बैंकनोट पेश किए गए थे। अलग-अलग नोटों के लिए अलग-अलग रंगों का इस्तेमाल किया गया और आकार कम किया गया। 08 नवंबर 2016 को ₹2000 और 23 अगस्त 2017 को ₹200 महात्मा गांधी (नई) श्रृंखला में पेश किए गए थे।
भारत में प्रचलित नए सिक्के और नोट
सिक्के :-
1 रु :- ₹1 का पुराना सिक्का तथा नया सिक्का Ferratic stainless steel ( fss) का बना होता है।
2 रू :- ₹2 का पुराना सिक्का cupro-nickel तथा नया सिक्का Ferratic stainless steel ( fss) का बना होता है।
5 रू :- ₹5 का पुराना सिक्का cupro-nickel तथा नया सिक्का Ferratic stainless steel ( fss) का बना होता है।
10 रू :- ₹10 के सिक्का का ऊपरी हिस्सा Aluminium-Bronz तथा बीच का हिस्सा cupro-nickel का बना होता है।
भारत में प्रचलित सिक्के |
नोट :-
10 रू :- ₹10 के नए नोट में गांधी जी के प्रतीक के साथ कोणार्क सूर्य मंदिर का चित्र अंकित किया गया है।
20 रू :- ₹20 के नए नोट में गांधी जी के प्रतीक के साथ एलोरा की गुफा का चित्र अंकित किया गया है।
50 रू :- ₹50 के नए नोट में गांधी जी के प्रतीक के साथ हम्पी कर्नाटक का चित्र अंकित किया गया है।
100 रू :- ₹100 के नए नोट में गांधी जी के प्रतीक के साथ रानी की वाव का चित्र अंकित किया गया है।
200 रू :- ₹200 के नए नोट में गांधी जी के प्रतीक के साथ सांची का स्तूप का चित्र अंकित किया गया है।
500 रू :- ₹500 के नए नोट में गांधी जी के प्रतीक के साथ लाल किला का चित्र अंकित किया गया है।
2000 रू :- ₹2000 के नए नोट में गांधी जी के प्रतीक के साथ मंगलयान का चित्र अंकित किया गया है।
भारत में प्रचलित नये नोट |
इन्हें भी देखें :-
Citizenship Sanvidhan bhag 2 hindi | नागरिकता
Fundamental Duty sanvidhan bhag 4 | मूल कर्तव्य
President sanvidhan bhag 5 | भारत के राष्ट्रपति
Sanvidhan bhag 1 | संघ एवं इसका राज्य क्षेत्र
Sanvidhan bhag 4 DPSP | राज्य के नीति निदेशक तत्व
Vice-president sanvidhan bhag 5 Union । भारत के उपराष्ट्रपति
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