उत्तरी बस्तर कांकेर छत्तीसगढ़
कांकेर जिला का गठन 1998 में बस्तर से अलग करके किया गया है। सन 2003 में कांकेर का नाम परिवर्तित करके उत्तरी बस्तर कांकेर रखा गया है।
![]() |
उत्तरी बस्तर कांकेर छत्तीसगढ़ |
कांकेर महाराष्ट्र की सीमा को छूने के साथ-साथ राज्य के पांच समवर्ती जिले धमतरी कोंडा गांव नारायणपुर राजनांदगांव और बालोद को भी छूती है।
![]() |
गढ़िया पहाड़ |
कांकेर में स्थित मलाजकुडूम जलप्रपात अपने मनोरम दृश्य के लिए ख्याति प्राप्त है यह मलाजकुडूम जलप्रपात दूध नदी से निकलती है इसी नदी के किनारे पर कांकेर शहर बसा हुआ है।
![]() |
मलाजकुडूम जलप्रपात |
कांकेर में कुछ पुरातात्विक साक्ष्य मिले हैं जैसे कि कुछ शैल चित्र जिनमें गौरा गौरी उड़कुड़ा खेरखेड़ा कुल गांव एवं कान्हा गांव प्रमुख हैं।
कांकेर जिला अपनी प्राकृतिक सुंदरता, नदियां, पहाड़ों के लिए प्रसिद्ध है साथ ही साथ यहां निवास करने वाली आदिवासियों की विविधता भी उल्लेखनीय हैं।
कांकेर जिले के कुछ पर्यटन स्थल इस प्रकार से हैं: -
1. कांकेर :-- सिंह वाहिनी, गढ़िया पहाड़, राजमहल
2. गढ़बसला :- किला गढ़ देवी का मंदिर
3. गाड़ा डमरू:- जोगी गुफा, गढ़ माडिया देव
यदि आप किसी सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं तो उसकी जानकारी के लिए हमें विजिट करें तथा किसी भी प्रकार की पुस्तक डाउनलोड करने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक कीजिए।
आपके सुझाव एवं सलाह हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं कृपया हमें कमेंट करके जरूर बताइए कि आपको छत्तीसगढ़ की कौन सी जानकारी चाहिए ताकि हम जल्द से जल्द आप तक वह जानकारी पहुंचा सके।
0 टिप्पणियाँ